skc the poet
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Friday 13 June 2014
**सपने**
सपने टूटते हैं बिखरते है खिलौनों की तरहा
पर यकीनन ऐसा हर बार नहीं होता...!!
Thursday 12 June 2014
चल रहे है
चल रहे है हम भी कदम दर कदम, चल रहे हो तुम भी कदम दर कदम
साथ सिर्फ कदमों का ही तो है, जो एक दिन श्वासों पर जा रूकेगा..........!
Monday 2 June 2014
सच और झूठ
हम सच्चाई की ठोकरो में किस्मत आजमाते रह गये
वो झूठ के पंखो से भी वेखोफ उड़ा करते है .................!
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